आखिर इस वायरस का नाम कोरोना वायरस कैसे पड़ा, जानें कहां से आया है ये

आखिर इस वायरस का नाम कोरोना वायरस कैसे पड़ा, जानें कहां से आया है ये

सेहतराग टीम

चीन से फैला कोरोना वायरस इस समय पुरे विश्व में कहर बरपा रहा है। इसके जानलेवा होने की पुष्टि इसी से की जा सकती क्योंकि अब तक इस वायरस की वजह से चीन में लगभग 213 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 30 देशों में इसके फैलने की संभावना जताई जा रही है। दुनियाभर में अब तक 10000 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। वही भारत में भी गुरुवार को एक केस कंन्फर्म हुआ है। दरअसल वुहान से आए केरल के एक छात्र को इस वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है, जिसके बाद से भारत में इसका डर लोगों को ज्यादा सताने लगा है। फिलहाल अभी इस वायरस के कहर को देखते हुए WHO ने ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दी है। हालांकि इस वायरस से बचने के लिए इसके बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है, ताकि हर कोई इससे सतर्क रह सके...

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कहां से पैदा हुआ कोरोना वायरस-

अगर अभी की बात करें तो हर कोई यही सोच रहा है कि आखिर यह वायरस कहां से आया है। मेडिकल एक्सपर्ट्स और मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस कुछ खास प्रजातियों के जानवरों में पाया जाता है। जैसे कि सांप और चमगादड़ आदि। जब यह वायरस इंसानों में पहुंचा तो इसने खुद को कुछ ऐसे विकसित कर लिया है कि यह इंसानी शरीर में भी पनप सकता है। इसका यही बदला हुआ मेडिकल एक्सपर्ट्स के सामने चैलेंज बना हुआ है।

इस वायरस का नाम क्यों पड़ा कोरोना-

कोई भी समझदार इंसान यह बात को जरूर जानना चाहेगा कि आखिर इस वायरस का नाम कोरोना क्यों पड़ा? दरअसल, जब सूर्य को ग्रहण लगता है यानी सूर्य ग्रहण के वक्त जब पृथ्वी सूर्य को पूरी तरह ढक देती है तो गोले के रूप में सूरज दिखना तो बंद हो जाता है लेकिन उसकी किरणों द्वारा हर तरफ फैल रही रोशनी दिखाई पड़ती है, जो तेजी से कहीं ब्रह्मांड में विलुप्त होती हुई दिखती है। इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि यह सूरजमुखी के फूल की तरह की संरचना बन जाती है। जो बीच से काली होती है और इसके वृत्त के चारों तरफ नर्म किरणों का प्रकाश फैल रहा होता है, जैसे सूरजमुखी की पंखुड़ियां होती हैं। पृथ्वी की छाया के चारों तरफ फैल रही सूर्य की इस रोशनी को कोरोना कहा जाता है। इसी कारण इस वायरस का नाम कोरोना दिया गया क्योंकि इसकी बनावट कोरोना जैसी ही है। दरअसल, यह वायरस गोल है और इसकी सतह पर पृथ्वी के कोरोना की तरह प्रोटीन की स्टेन्स यानी शाखाएं उगी हुई हैं। जो हर दिशा में फैलती हुई महसूस होती हैं।

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किस फैमिली से आता है करॉना वायरस?

वहीं हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि करॉना वायरस SARS और MERS वायरस की फैमिली से आता है। यह माना जा रहा है कि यह इन्हीं वायरस की तरह मानव जाति के लिए खरनाक और जानलेवा है। माना जा रहा है कि करॉना वायरस हवा, नमी और सांस के जरिए इंसान से इंसान में ट्रांसफर हो रहा है। इसके तेजी से फैलने की यह भी एक बड़ी वजह बताई जा रही है कि लोग अधपके और कच्चे मांस का सेवन भी करते हैं। जो इसके संचार का माध्यम हो सकता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स भी सी-फूड और सही तरीके से ना पकाया गया मीट खाने के लिए मना कर रहे हैं। ताकि इस वायरस को अधिक फैलने से रोका जा सके।

 

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